रविवार, 31 मार्च 2013

बस यूँ ही २०

एक गुमनाम सा शहर, अनजाने लोगों के अंदर अनभिज्ञ भांति  अहंकार
कही परोक्ष रूप से दर्शाता है कि मुल्क की आजादी अभी भी विचाराधीन है

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