मंगलवार, 26 मार्च 2013

बस यूँ ही १७ (होली)

नशा जब जिंदगी का हो तो भांग मदिरा चरस कौन पूछे |
रंगीन गर जिंदगी हो तो गुब्बारे रंग गुलाल को कौन पूछे |

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