Jane Bhi Do Yaaron
जिंदगी कुछ यूँ रही कि मौत बेहतर हो सके, उस मौत के इस इंतज़ार में जीना ही भूल बैठे
शनिवार, 16 मार्च 2013
बस यूँ ही १५
बड़प्पन है बहुत सही, मगर सुना है कि बड़े अक्सर तन्हा रहते हैं
बड़ी बेवफ़ा है मुश्किलें , अपनाते ही रंग बदल आसान हों जाती हैं
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