रविवार, 20 जनवरी 2013

बस यूँ ही on 1857 Sepoy Mutiny


जिसके लिए हमारे पूर्वजों ने संघर्ष कर दिया जीवन बलिदान
उन्हें तो वो चंद सिपाहियों की आवारागर्दी लगी थी  
कितनी मुश्किलात में हमने लिखी थी वो पंकितियाँ
उन्हें तो वो बस कागज स्याही की बर्बादी लगी थी

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