दोस्त, सखा, मित्र या साथी
जो इनके हमसाये हैं
एक दिवस उनके नाम पे अंग्रेजो ने बनाये हैं
कितनी विचित्र बात है जो छिडकते थे जान इनपे
अब सिर्फ बैण्ड बंधाते हैं
वर्ष में सिर्फ एक दिन आते हैं
और साल भर नदारद रह जाते हैं
फ्रेंडशिप के भी प्रकार कितने बना दिये हैं
कहने को close है करते नहीं कुछ disclose हैं
जस्ट फ्रेंड भी है कुछ , उनका तो हाल न पूछो
फेसबुक ओरकुट ने दोस्ती कि लंका लगाई है
मित्र के लगाव से ज्यादा कीमत, संख्या में समाई है
इनके इतने दोस्त बने है फिर भी कितने अकेले हैं
देखो मन में आज अकेले रह के ये भी फ्रैंड शिप डे मानते हैं
लेकिन दोस्तों धन्यवाद करूँगा आपका मेरी जिंदगी कुछ निराली है
मिली दोस्ती आपकी, नहीं होती चरितार्थ हमपे ये कहानी हैं
जो इनके हमसाये हैं
एक दिवस उनके नाम पे अंग्रेजो ने बनाये हैं
कितनी विचित्र बात है जो छिडकते थे जान इनपे
अब सिर्फ बैण्ड बंधाते हैं
वर्ष में सिर्फ एक दिन आते हैं
और साल भर नदारद रह जाते हैं
फ्रेंडशिप के भी प्रकार कितने बना दिये हैं
कहने को close है करते नहीं कुछ disclose हैं
जस्ट फ्रेंड भी है कुछ , उनका तो हाल न पूछो
फेसबुक ओरकुट ने दोस्ती कि लंका लगाई है
मित्र के लगाव से ज्यादा कीमत, संख्या में समाई है
इनके इतने दोस्त बने है फिर भी कितने अकेले हैं
देखो मन में आज अकेले रह के ये भी फ्रैंड शिप डे मानते हैं
लेकिन दोस्तों धन्यवाद करूँगा आपका मेरी जिंदगी कुछ निराली है
मिली दोस्ती आपकी, नहीं होती चरितार्थ हमपे ये कहानी हैं
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