Jane Bhi Do Yaaron
जिंदगी कुछ यूँ रही कि मौत बेहतर हो सके, उस मौत के इस इंतज़ार में जीना ही भूल बैठे
रविवार, 23 अप्रैल 2017
बस यूँ ही ३०
मन से आवाजें आती है कि उन्हें दबाने के लिए लाउडस्पीकर लगाते है ये !
भगवान से इतने दूर हो गए है कि चिंघाड़ कर चिल्ला कर जताते है ये !
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